अटल भूजल (अटल-जल) योजना 2020 – प्रिय मित्रों हम बचपन से सुनतें या पढतें आए हैं की जल ही जीवन है भोजन के बिना मनुष्य तीन महीनों तक जी सकता है लेकिन पानी के बिना शायद तीन दिन भी मुश्किल है तो आईए जानते है हम एक ऐसी योजना के बारे में जो भारत सरकार द्वारा जल संरक्षण तथा भुमिगत जल का स्तर बनाये रखने के उद्देश्य से चलाई जा रही है।
अटल भूजल योजना 2020
पीने के पानी के समस्या से निपटने के लिए २५ दिसंबर २०१९ को अटल भूजल योजना (अटल जल) योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की ९५ वीं जयंती पर शुरू की गई थी ।यह एक भूजल योजना है जो भुमिगत जल प्रबंधन में सुधार के उद्देश्य से भारत के सात राज्यों गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, और उत्तर प्रदेश में इसे जल जीवन योजना के तहत शुरु किया गया है यह एक सामुदायिक भागीदारी का कार्यकर्म भी है इन राज्यों के लगभग 78 जिलों और 8350 ग्राम पंचायतों को इस योजना का लाभ मिलने की उम्मीद है योजना की अवधि 2020 से 2025 तक रखी गई है।
प्रधानमंत्री ने अटल भूजल योजना की घोषणा करते हुए कहा था कि जल शक्ति मंत्रालय ने पानी को बंटे हुए संकलित दृष्टिकोण से मुक्त किया और एक व्यापक और समग्र दृष्टिकोण पर बल दिया है।
साथ ही, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से फसल चक्र तथा फसलों की अदला बदली करने का आग्रह किया है जो फसल कम पानी का उपयोग करते हैं और लोगों को दैनिक घरेलू जरूरतों में जैसे तालाब में कपड़े धोना तथा कूड़ा कचड़ा डालकर कीमती प्राकृतिक संसाधनों को प्रदूषित न करने के लिए भी सलाह दी है उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न आवश्यकताओं के लिए पानी का कम से कम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी के साथ आने के लिए नये स्टार्ट-अप की शुरुआत भी लाभदायक है
अटल भूजल योजना का कुल बजट 6000 करोड़ रुपए है। जिसका ५० प्रतिशत धन राशि विश्व बैंक द्वारा ऋण के रूप में प्रदान किया जाएगा तथा शेष ५० प्रतिशत धन राशि केंद्र सरकार द्वारा दिया जाएगा। विश्व बैंक द्वारा प्राप्त ऋण और केन्द्रीय सहायता राशि अनुदान के रूप ने राज्यों को उपलब्ध कराया जाएगा ।
अटल भूजल योजना के कुछ मुख्य बिंदु :
- भूजल संसाधन तथा प्रबंधन के लिए सामुदायिक स्तर पर व्यवहार में बदलाव/सुधार लाने के प्रमुख उद्देश्य के साथ इसकी रचना की गई है ।
- जल शक्ति मंत्रालय और बहुत से गैर-सरकारी संगठन तथा समाज की ओर से जल संरक्षण के लिए कितने व्यापक प्रयास किए गए हैं। एक तरफ, जल जीवन मिशन, हर घर तक पाइप से जल पहुँचाने की दिशा में काम करेगा, और दूसरी तरफ अटल भूजल योजना, उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देगा जहाँ भूजल बहुत कम है।
- अटल भुजल योजना के तहत, भारत सरकार देश के हर घर में सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। बड़े पैमाने पर हम भूमिगत जल पर निर्भर हैं और यह देश भर में पीने के पानी की 85 प्रतिशत आवश्यकताओं को पूर्ण कर रहा है।
- उपलब्ध आकड़ो के अनुसार, देश के 17.87 करोड़ ग्रामीण घरों में से, लगभग 14.6 करोड़ में 81.67 प्रतिशत के लिए घरेलू नल कनेक्शन होना शेष हैं।
भूजल प्रबंधन के तकनीकों में सुधार के लिए राज्यों को प्रोत्साहित करना जैसे डेटा का प्रसार, जल सुरक्षा योजनाएं बनाना, खपत और आपूर्ति के अनुसार प्रबंधन तकनीक को अपनाना इत्यादि शामिल है ।
अटल भुजल योजना उन क्षेत्रों के लिए एक समाधान है जहां पानी की उपलब्धता कम है यह योजना भूजल की पुनःपूर्ति में बहुत ही सहायक है।